"कैसे Patrick Collison ने Stripe की शुरुआत कर के पेमेंट इंडस्ट्री में क्रांति ला दी - जानिए उनकी अनसुनी कहानी"


पैट्रिक कॉलिसन: एक आयरिश जीनियस जिसने कोड से करोड़ों की दुनिया बनाई

"जब हम स्कूल में मैथ्स पढ़ रहे होते हैं, कुछ लोग दुनिया बदलने का सपना देख रहे होते हैं।"

ये लाइन Patrick Collison (पैट्रिक कॉलिसन) पर बिल्कुल फिट बैठती है। वो लड़का जो अपने गांव के कंप्यूटर से निकलकर दुनिया की सबसे बड़ी फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक की नींव रखने वाला बना, जो सिर्फ पैसे कमाने का नहीं, बल्कि सिस्टम को आसान बनाने का सपना लेकर चला था, जिसके साथ वह अरबपति बन गया। 

बचपन और परिवार की जड़ें

Patrick का जन्म 9 सितंबर 1988 को आयरलैंड के एक छोटे से गांव Dromineer में हुआ था। यह जगह बड़ी शांत, हरियाली से भरी हुई, झील के किनारे बसी एक सादा-सी दुनिया थी। उनके माता-पिता का जीवन भी बड़ा साधारण था—पिता Denis Collison एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे, जबकि माँ Lily Collison ने माइक्रोस्कोप तकनीक से जुड़ा एक छोटा सा बिज़नेस चलाया।

घर में पढ़ाई ओर सोचने, समझने का माहौल था, लेकिन रट्टा मारने का नहीं। Patrick और उनके छोटे भाई John (जॉन) को बचपन से ही किताबों और टेक्नोलॉजी के बीच रहने का शौक था। सतही मे Patrick ने महज़ दस साल की उम्र में प्रोग्रामिंग शुरू कर दी थी।


पहली झलक—कला और कोड का संगम

Patrick का रुझान सिर्फ टेक की ओर नहीं था, बल्कि कला, दर्शन और इतिहास में भी उनकी गहरी दिलचस्पी रही है। उन्हें किताबें पढ़ना, इतिहास के गहरे विचारों पर सोचते रहना पसंद था। पर कंप्यूटर उनका असली जुनून था। उन्होंने खुद से ही C++, और Python जैसी कंप्यूटर भाषाएं सीख लीं।

और तभी से शुरू हुआ था वो सफर—जो एक दिन उन्हें सिलिकॉन वैली के बड़े नामों में शामिल करने वाला था

पहली कंपनी: Shuppa और Auctomatic

दो हाज़ार पाँच में Patrick महज़ सत्रह साल के थे जब उन्होंने अपनी पहली कंपनी Shuppa शुरू की। यह एक मार्केटप्लेस टूल था, जिससे छोटे दुकानदार ईबे जैसे प्लेटफॉर्म पर अपने प्रोडक्ट्स मैनेज कर सकते थे। जो कुछ समय बाद ये कंपनी कनाडा के कुछ को-फाउंडर्स के साथ मिलकर "Auctomatic" में बदल गई।

यह वही वक्त था जब Patrick और John दोनों ने मिलकर प्रोडक्ट डेवलपमेंट में हाथ आज़माया। Auctomatic ने यंग एंटरप्रेन्योर्स के बीच एक नई ऊर्जा पैदा की थी। और फिर 2008 में Auctomatic को 5 मिलियन डॉलर में एक अमेरिकन कंपनी ने खरीद लिया।

सोचो, इतनी छोटी उम्र में—पहली कंपनी बनाई और फिर मुनाफे में बेच दी। पर कहानी यहीं खत्म नहीं हुई थी। असली मज़ा तो अब शुरू होना था।

Stripe की शुरुआत: एक अपार्टमेंट, दो भाई, और एक सपना

अब बात करते हैं उस मोड़ की जहाँ से Patrick और John की जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली थी।

पहले व्यवसाय के दौरान एक दिक्कत हर बार उनके सामने आ जाती थी- ऑनलाइन पेमेंट लेना बेहद मुश्किल था।

वो सोचते थे, "अगर हम एक वेबसाइट बना सकते हैं, एक ऐप को कोड कर सकते हैं, तो क्या पैसों की पेमेंट जोड़ना इतना टेढ़ा काम क्यों है?"

उस वक्त (2010 के आस-पास) PayPal तो था, लेकिन वो डेवेलपर्स के लिए जटिल था APIs खराब थीं, सेटअप लंबा था, और यूजर एक्सपीरियंस बेहद खराब। छोटे डेवलपर्स और स्टार्टअप्स को पेमेंट सिस्टम सेटअप करने में हफ्ते लग जाते थे। 

इस समस्या को देखते हुए,  पैट्रिक ने इसे को खत्म करने के बारे में सोचा। 

San Francisco में एक छोटा-सा अपार्टमेंट, जिसमें उन्होंने Stripe की नींव रखी। वो भी बिना किसी भारी भरकम टीम या बड़ी इन्वेस्टमेंट के। दोनों भाई मिलकर दिन-रात कोड लिखते, कॉल्स करते, और दुनिया को यह समझाने की कोशिश करते कि ऑनलाइन पेमेंट को आसान बनाना क्यों ज़रूरी है।

Patrick कहते हैं कि Stripe बनाने का आइडिया इसी एक सवाल से निकला:
"Why is it so hard to accept money on the internet?"

और इस सवाल का जवाब उन्होंने खुद देने की ठानी।

उनकी सोच थी कि अगर पेमेंट सिस्टम आसान, तेज़ और डेवलपर्स-फ्रेंडली हो, तो दुनिया के छोटे-छोटे स्टार्टअप भी कुछ बड़ा कर सकते हैं। यही थी Stripe की शुरुआत सोच।

शुरूआती संघर्ष और पहली टीम

शुरुआत आसान नहीं थी। अपार्टमेंट के एक कमरे से काम हो रहा था, दोनों भाई खुद ही कस्टमर सपोर्ट, कोडिंग, मार्केटिंग सब कर रहे थे। उनके शुरुआती कुछ डेवलपर्स और पार्टनर्स भी दोस्त ही थे—छोटी सी टीम, बड़ा विजन।

आगे वह Y Combinator में शामिल शामिल हो गए, जो उनके लिए टर्निंग पॉइंट रहा। वहां से न सिर्फ इन्वेस्टमेंट मिली बल्कि दिशा भी मिली। धीरे-धीरे, Stripe ने दुनिया के सबसे होनहार और इनोवेटिव स्टार्टअप्स जैसे Shopify, Lyft, Kickstarter, और Amazon जैसी बड़ी कंपनियों को अपने साथ जूड़ा।

भाई John का रोल

John Collison, जो Patrick से दो साल छोटे हैं, Stripe के को-फाउंडर हैं। हालांकि Patrick ज़्यादा पब्लिकली सामने आते हैं, लेकिन John की भूमिका उतनी ही अहम रही है। दोनों भाइयों में गज़ब की समझ है—एक टेक में माहिर, तो दूसरा प्रोडक्ट और स्केलेबिलिटी में।

कई लोग कहते हैं कि उनके बीच का रिश्ता Apple के Steve Jobs और Steve Wozniak की तरह है—टेक और विज़न का परफेक्ट तालमेल।

आज की Stripe

यह उनके मेहनत ओर समझदार का नतीजा है कि, उनका विस्तार बड़ी तेजी के साथ हुआ, आज Stripe का इस्तेमाल दुनिया भर की हर छोटी बड़ी कंपनी कर रही है। 

ओर वह एक ग्लोबल कंपनी बन गई है, जिसकी वैल्यूएशन सैकड़ों अरब डॉलर तक पहुंच गई है। जिससे Patrick और John दोनों self-made billionaires बन गए हैं, लेकिन उन्होंने अब भी अपनी सोच में वही सादगी और डेवलपर फ्रेंडली एप्रोच बनाए रखी है।

Patrick Collison की नेटवर्थ: एक कोडर से अरबपति तक

Patrick Collison सिर्फ एक टेक्नोक्रेट या प्रोग्रामर नहीं हैं—वो आज के दौर के सबसे यंग और प्रभावशाली अरबपतियों में गिने जाते हैं।

2024 तक Forbes के अनुसार, Patrick Collison की नेट वर्थ लगभग 11.4 बिलियन डॉलर (लगभग 95,000 करोड़ रुपये) आँकी गई थी। उनके भाई John Collison की संपत्ति भी लगभग इतनी ही है। Stripe की वैल्यूएशन जब भी बढ़ती है, तो ये दोनों भाई अमीरों की लिस्ट में और ऊपर चले जाते हैं।

और मज़े की बात ये है कि इतनी दौलत होने के बावजूद Patrick का रहन-सहन बेहद साधारण है। न कोई चमक-धमक, न कोई दिखावा। Silicon Valley के कई अरबपतियों से उलट, वो आज भी खुद को एक “learner” ही मानते हैं।
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निष्कर्ष: Patrick Collison—एक सादगी भरा अरबपति

Patrick Collison की कहानी सिर्फ तकनीक या पैसा बनाने की नहीं है—यह उस सोच की कहानी है जो कहती है:
 
"अगर कोई चीज़ मुश्किल लग रही है, तो शायद उसे आसान बनाने की ज़िम्मेदारी तुम्हारी ही है।"

एक छोटे से आयरिश गांव से उठकर, पूरी दुनिया के ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम को बदल देने वाले Patrick हमें सिखाते हैं कि अगर जुनून, विज़न और मेहनत एक साथ हो, तो उम्र या जगह कभी रुकावट नहीं बनती।

Patrick आज करोड़ों लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं—खासकर उन युवाओं के लिए, जो कंप्यूटर स्क्रीन के पीछे सिर्फ गेम खेलने नहीं, बल्कि दुनिया बदलने का सपना देखते हैं।

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