हमारे पास काई ऐसे उदाहरण है जिसमें की अरबपति बनने के लिए, लोगों ने अपने जीवन भर बहुत ही ज्यादा मेहनत की है। लेकिन दूसरी तरफ हम सब के बीच में एक ऐसी भी व्यक्ति है, जिन्होंने अपने जीवन में ज्यादा मेहनत ना करते हुए, सिर्फ अपनी सूझबूझ का सही इस्तेमाल और बहुत ही ज्यादा खतरों को अपने सर पर उठाते हुए, बहुत ही कम वक्त में अरबपति बनकर दिखाया हैं। यह है पीटर थिल जीने की दुनिया की सबसे बड़ी पेमेंट कंपनियों में से एक पेपर के संस्थापक, फेसबुक के शुरुआती निवेशक और एक शक्तिशाली अरबपति के तौर पर जाना जाता है।
जवानी में थिल, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद कई अलग-अलग जगह पर अलग-अलग नौकरियां करते थे, लेकिन उन्हें इन सब चीजों में कुछ मजा नहीं आ रहा था और भविष्य नजर ना आने के कारण, आखिरकार वह अपने शहर लौटे हैं, और एक नई शुरुआत करते हुए अपने करिबी लोगों से पैसे जुटाते हैं। जिस की वह कई अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं। लेकिन उन्हें हर बार असफलता का सामना करना पड़ता है।
लकिन वह रुकते नहीं है और अपने एक साथी के साथ मिलकर पेपाल की स्थापना करते हैं। जिससे कि आखिरकार उन्हें बहुत ही ज्यादा फायदा होता है और वह अरबपति बन जाते हैं। इस बावजूद वह रुकते नहीं है, ओर आगे बढते रहते है। उनका यह सफर अपने आप में ही बहुत ही मजेदार होने के साथ ही बहुत प्रेरणादाई भी है। जिसके बारे में और भी अच्छे तरह से जानने के लिए आगे पढ़िए...
शुरुआती जीवन और शिक्षा
पीटर एंड्रियास थील का जन्म 18 अक्टूबर 1967 को पश्चिम में जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में हुआ था। यह वह वक्त था जब US और सोवियत संघ में शीत युद्ध चल रहा था और दोनों में ही अंतरिक्ष में नए मुकाम को हासिल करने के लिए होड़ मची हुई थी। साथ ही में पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी में चल रहे तनाव के कारण, जब थील एक वर्ष के थे, तब उनके पिता क्लॉस फ्रेडरिक थील अपने परिवार के साथ जर्मनी को छोड़कर US के क्लीवलैंड आकर बस जाते हैं। जहापर क्लॉस एक केमिकल कंपनी के कारखाने में इंजीनियर के तौर पर काम किया करते थे।
आगे जब थील जरा से बड़े हो जाते हैं, तब उनके पिता अलग-अलग माइनिंग कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहे थे। जिस कारण अक्सर उन्हें अपनी रहने की जगह बदलते हुए अलग-अलग जगह रहने जाना पड़ता था। जिस दौरान एक वक्त पर उन्हें अफ्रीका के नाम्बिया या देश में तक रहना पड़ता है।
इन्हीं सब कारणों के वजह से थील को अपने प्राथमिक स्कूलों को सात बार तक बदलना पड़ता है, और ऐसा ही उनके छोटे भाई पैट्रिक माइकल थील के शिक्षा के साथ चल रहा था। जिस कारण आखिरकार उनके माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोते हुए किसी एक ही जगह पर बसने के बारे में सोचते हैं। जिससे कि वह साल 1977 में कैलिफोर्निया के फोस्टर सिटी आकर बस जाते हैं।
थेल बचपन में डंगऑन्स एंड ड्रैगन्स जैसे खेल खेलते थे। उन्हें कम उम्र से ही किताबें पढ़ने का बहुत ही ज्यादा शौक था, और वह ज्यादातर विज्ञान की कथाओं को पढ़ा करते।
इसी दौरान जब वह 6 साल की उम्र से चेस खेलना शुरू कर देते हैं। जिसमें की जल्द ही वह इतने माहिर हो जाते हैं कि, वह यूनाइटेड स्टेट्स के टॉप जूनियर के प्लेयर में से एक बन जाते हैं।
वह हमेशा से ही गणित में उत्कृष्ट थे, जिसकारण फोस्टर सिटी में बोडिच मिडिल स्कूल में पढ़ते समय वह कैलिफ़ोर्निया वाइड गणित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान को प्राप्त करते हैं। जिससे कि हमें यह पता चलता है, कि वह बचपन से ही कितनी तेज दिमाग थे।
यह बात साल 1985 के है। जब वह मेटो हाई स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करते हैं। इसके बाद वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में चुन लिए जाते हैं। जहां पर वह फिलॉसफी की पढ़ाई करते हैं। यह वह वक्त था, जब स्टैनफोर्ड के विद्यार्थियों की राजनीति में रुचि बढ़ने लगी थी। जिससे कि राजनीति के बारे में विद्यार्थियों में चर्चा ज्यादा बढ़ने लगते हैं और आगे विद्यार्थियों में बहुत ही ज्यादा विवाद होने लगते हैं। दरअसल थील इन सब विचारधाराओं के खिलाफ थे। जिससे कि वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अपने अखबार को प्रकाशित करते हैं। जिसका की नाम वह स्टैनफोर्ड रिव्यू रखते हैं। आगे वह अपनी फिलोसॉफी पढ़ाई पुरी होने तक इस अखबार के "एडिटर इन चीफ" बने रहते हैं।
अपनी फिलॉसफी की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद वह स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में दाखिला लेते हैं, जहां से वह साल 1992 में लॉ पढ़ाई पूरी कर लेते हैं।
शुरुआती करियर
स्टैंड फोर्ड लॉ स्कूल से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद, थिल US कोर्ट ऑफ अपील्स के जज जेम्स लैरी एडमंडसन के लिए क्लर्क के तौर पर काम करने लगते है। क्योंकि उन्हें शुरुआत से ही गणित में रुचि होने के कारण वह सोचते हैं, कि अगर उनके काम में फाइनेंस भी जुड़ जाए तो उन्हें और भी मजा आने लगेगा। जिस कारण वह अपनी यह नौकरी छोड़कर रियल एस्टेट में इन्वेस्ट करने वाली "सुलिवन & क्रॉमवेल" नमक फाइनेंशियल फॉर्म के लिए सिक्योरिटीज वकील के तौर पर नौकरी करने लग जाते हैं। जहां पर नौकरी करने के दौरान उनके कई पैसे वाले बहु करोड़पति लोगों के साथ संबंध बन जाते हैं। लेकिन यहां पर वह सिर्फ 7 महीने और 3 दिन तक ही टिक पाते हैं, क्योंकि वह लॉ से पूरी तरह थक चुके थे और उन्हें इसमें कोई भी वैल्यू दिखाई नहीं दे रही थी, जिस कारण वह अपनी यहां पर की नौकरी छोड़ देते हैं।
इसके बाद वह कई अलग-अलग तरह की नौकरियां करते हैं। जिस दौरान वह यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के पूर्व शिक्षा सचिव विलियम बेनेट के लिए भाषण लेखक के रूप में भी काम करते हैं। लेकिन वह इस नौकरी को भी छोड़ देते हैं, क्योंकि उन्हें इन सब में कोई भी भविष्य नजर नहीं आ रहा था।
आगे वह कैलिफोर्निया वापस लौटते हैं। वह तेज दिमाग और बुद्धिमान होने के बावजूद, उन्हें अपने करियर और जीवन के उद्देश्य के बारे में कुछ खास पता न होने के कारण वह अपने आप में खोए-खोए रहने लगे। जिस दौरान वह समझ जाते हैं कि 9 से 5 तक जॉब करने के लिए वह नहीं बने हैं।
लॉ के क्षेत्र में भले उन्हें अपना मनचाहा करियर न मिला हो लेकिन सिक्योरिटीज वकील के तौर पर नौकरी करने के कारण उनके कई अमीर और बड़े-बड़े लोगों के साथ संबंध बन गए थे। आसान शब्दों में समझे तो वह बहू करोड़पति लोगों से घिरे हुए थे। जिससे कि उन्हें खुद का कुछ बड़ा शुरू करने का विचार आता है।
दरअसल अब वह अपने इन्हीं पहचान के लोगों से पैसा जुटा कर, उसे निवेश करके पैसा कमाना चाहते थे। लेकिन यह कोई आम निवेश नहीं था दरअसल वह वेंचर कैपिटल शुरू करना चाहते थे। जिसमे की युवा उद्योग अपने स्टार्टअप या व्यवसाय को बढ़ाने के लिए, वेंचर कैपिटल से निवेश की मांग हैं। जिसमें से 80% व्यवसाय तो बर्बाद हो जाते हैं, और निवेश किए पूरे पैसे का नुकसान हो जाता है, लेकिन बचे हुए 20% व्यवसाय आगे चलकर एप्पल और गूगल जैसी बड़ी-बड़ी कंपनी में बदल जाते हैं, और 80% व्यवसाय में हुए नुकसान को भर लेते हैं। जिसमें की बहुत ही ज्यादा खतरा होता है।
यह बात साल 1996 की है। जब अपने इसी सोच के साथ वह अपने दोस्तों और इन्हीं पैसे वाले पहचान के लोगों से एक मिलियन डॉलर को जुटा लेते हैं, ओर "थील कैपिटल मैनेजमेंट" नाम से वेंचर कैपिटल की स्थापना करते है। जिससे कि अब वह नए स्टार्टअप और व्यवसाय में निवेश करने वाले थे।
शुरुआत में वह अपने दोस्त ल्यूक नोसेक के डिजिटल कैलेंडर बनाने के विचार पर $1 लाख का निवेश करते हैं। लेकिन यह डिजिटल कैलेंडर बुरी तरह से असफल रहता है। जिससे कि उनके द्वारा निवेश किए गए पूरे पैसे डूब जाते हैं।
पैसे डूब जाने के बावजूद उनका यह निवेश पूरी तरह से बेकार नहीं जाता है। क्योंकि उनका दोस्त ल्यूक अपने दोस्त मैक्स लेविचिन के साथ मिलकर थील के पैसों से "फील्डलिंक" नामक कंपनी की स्थापना करते हैं। जिसका की आगे नाम बदलकर "कनफ्लिक्ट" कर दिया जाता है। जिससे कि शुरुआत में वह साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में काम कर रहे थे।
1999 पेपाल की शुरुआत :
उसे समय जब भी किसी व्यक्ति को पैसों के बिना भुगतान (पेमेंट) करना होता था, तब वह अपने क्रेडिट कार्ड या टेलर मशीन का उपयोग किया करते थे। जो कि उस समय डिजिटल पेमेंट करने के कुछ चुनिंदा विकल्पों में से यही थे। लेकिन जब किसी व्यक्ति के पास इनमें से कोई भी विकल्प नहीं हुआ करते थे, तब मजबूरी में उन्हें भुगतान चेक या कैश के द्वारा करना पड़ता था। इस समस्या का अहसास होते ही थील कनफ्लिक्ट के द्वारा एक ऐसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म का निर्माण करना चाहते थे, जो कि ऐसे व्यक्तियों की समस्या खत्म कर सके।
यह बात साल 1999 की है। जब कनफ्लिक्ट "पेपाल (paypal)" को लॉन्च करते हैं। यह उसे समय का एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म था जो की सामान्य व्यक्तियों को आसानी से ऑनलाइन पैसा भेजना और प्राप्त करने की ओर अन्य सेवाएं देने पर अपना लक्ष्य केंद्रित कर रहा था।
लेकिन थील इस बात से बेखबर थे कि, सिलिकॉन वैली उनके ही जैसे सोच रखने वाली एक कंपनी उनके साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए आगे बढ़ रही है। दरअसल यह थी एलोन मस्क द्वारा चलाई जाने वाली "X.com" जो कि ग्राहकों को ऑनलाइन पेमेंट सर्विस देने की साथ ही बैंकिंग की भी सेवाएं दे रही थी।
शुरुआत में तो यह कंपनियां एक दूसरे से बहुत प्रतिस्पर्धा करती है। लेकिन साल 2000 में डॉट कॉम बबल फूटता है, जिस दौरान कई बड़ी-बड़ी कंपनियां बर्बाद हो जाती है, और कई लोग रास्ते पर आ जाते हैं।
डॉट कॉम बबल यह दोनों कंपनियां अपना अस्तित्व बचाने के लिए एक दूसरे के साथ जुड़ जाते हैं। जिससे कि एलोन मस्क अपनी कंपनी X.com के साथ पेपाल से जुड़ जाते हैं, और साथ ही में मास्क पेपाल सीईओ के रूप में नियुक्त कर दिए जाते हैं। लेकिन कुछ कारणों की वजह से जल्दी उन्हें सीईओ के पद से हटा दिया जाता है। इसके बाद खुद थील पेपाल के नए सीईओ बन जाते हैं।
अब तक पेपाल कंपनी को सिलिकॉन वैली में अच्छी खासी पहचान मिल गई थी। जिससे कि थील, ऐलान ओर पीपल के सीनियर एक्ज़ीक्यूटिव को "पेपाल माफिया" कहां जाने लगा। जिससे की थील को सिलिकॉन वैली में "पेपाल माफिया का डॉन" कहा जाता था।
यह बात अक्टूबर 2002 की है। जब पेपर को ईबे द्वारा 1.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया जाता है। उस समय थील की पेपाल में 3.7% हिस्सेदारी थी, जिससे कि उन्हें 55 मिलियन डॉलर मिल जाते हैं। जिससे वह सिर्फ 35 साल की एक बहु करोड़पति (multi millionaire) व्यक्ति बन जाते हैं।
क्लेरियन कैपिटल और पलेन्टीर
55 मिलियन डॉलर थील के लिए इतनी ज्यादा थे, कि वह आसानी से कोई भी काम ना करते हुए, आरामदायक जीवन जी सकते थे। ज्यादातर व्यक्तियों के पास जब इतना पैसा आता है तब वह रिटायरमेंट ले लेते हैं, और अपना आगे का जीवन आराम से गुजरते हैं। लेकिन थील बाकी व्यक्तियों की तरह रिटायरमेंट ना लेते हुए आगे बढ़ते रहने का निर्णय लेते है। जिससे कि हमें उनके ऊंची सोच के बारे में पता चलता है।
आगे वह एक-एक करते हुए अपनी तीन नई कंपनियों की शुरुआत करते हैं। जिसमें से सबसे पहले कंपनी "क्लेरियन कैपिटल" है। जिसकी शुरुआत उन्होंने अपने 10 मिलियन डॉलर को निवेशित करते हुए, साल 2002 में पेपाल के बिकने के तुरंत कुछ दिनों बाद की थी। वह अपने कंपनी को एक कैपिटल मैनेजमेंट और हिज़्ड फंड के रूप में स्थापित करते हैं। जिससे कि वह अपने पैसे को नए स्टार्टअप और विभिन्न क्षेत्र में निवशीत करते हुए बढ़ाना चाहते थे।
यह बात साल 2003 की है। जब थील कुल चार लोगों के साथ मिलकर डाटा एनालिटिक्स कंपनी "पलेन्टीर" की शुरुआत करते हैं। शुरुआत में जिसके द्वारा वह बड़े पैमाने में जानकारी का विश्लेषण करते हुए, उद्योगों और बड़े-बड़े संस्थानों को कोई बड़ा निर्णय लेने में लिए मदद करने पर अपना लक्ष्य केंद्रित करते हैं।
फेसबुक में ऐतिहासिक निवेश:
यह बात साल 2004 की है। जब थील अपने जीवन का एक ऐसा कदम उठाने वाले थे, जो उन्हें हमेशा के लिए एक दिग्गज निवेशक के तौर पर पहचान दिलाने वाला था।
दरअसल फेसबुक जो कि आज के समय दुनिया के पांच सबसे मूल्यवान कंपनियों में एक है। उसकी शुरुआती दौर चल रहा था, और उसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग अपने साथियों के साथ बहुत मेहनत कर रहे थे, जिससे कि वह फेसबुक को आगे बढ़ा पाए। जिसके लिए उन्हें अपनी कंपनी फेसबुक में पैसा लगाने वाले निवेशक की भी आवश्यकता थी।
उस समय फेसबुक के प्रेसिडेंट सीन पार्कर निवेश की तलाश में लिंकडइन के सीईओ रीड हॉफमैन के पास जाते हैं। लेकिन हॉफमैन प्रमुख निवेशक बनने से मना करते हुए, पार्कर को थील के पास भेज देते हैं। जिससे कि पार्कर मार्क जुकरबर्ग के साथ मिलकर थील के साथ मीटिंग करते हैं। जिस की थील 10.2% हिस्सेदारी के साथ फेसबुक में 5 लाख डॉलर निवेश करने के लिए राजी हो जाते हैं। उनके इस कदम से फेसबुक के लिए आगे बढ़ाने के रास्ते खुल जाते हैं।
यह बात साल 2005 की है। जब थील अपने तीन साथियों के साथ मिलकर नए स्टार्टअप में निवेश करने के हेतु से, "फाउंडर्स फंड" नाम से वेंचर कैपिटल की शुरुआत की। जिससे कि आगे चलकर वह कई ऐसे स्टार्टअप में निवेश करते हैं, जो कि आगे चलकर कई बड़ी-बड़ी कंपनियों में बदल जाते हैं।
वह इसी तरह अपने नए-नए कदम और निवेश का सिलसिला जारी रखते हैं। जिससे कि वह बहुत सारा पैसा कमाते हैं और अरबपति बन जाते हैं।
ZERO TO ONE
थील खुद के साथ बाकियों को भी आगे बढाकर सफल बनाने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति है; जिस कारण वह साल 2005 में थील फाउंडेशन की स्थापना करते हैं। जिससे कि वह विभिन्न समाजसेवी और परोपकारी काम करते हैं।
वह साल 2011 में थिल फाउंडेशन के द्वारा "थील फेलोशिप" की शुरुआत करते हैं। जिससे कि हर साल 22 वर्ष से कम आयु वाले 20 ऐसे युवाओं को चुना जाता है, जिनके पास कोई खास व्यवसाय की आईडिया है, और वह अपने व्यवसाय को सफल बनाने के लिए कॉलेज को छोड़कर मेहनत कर रहे हैं। उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने और प्रेरित करने के हेतु से 1 लाख डॉलर दिए जाते हैं।
यह बात साल 2012 की है। जब थील स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में CS विद्यार्थियों को स्टार्टअप सीखते थे। जिस दौरान उनकी मुलाकात स्टैनफोर्ड के छात्र ब्लेक मास्टर्स से होती है। जिसके साथ मिलकर थील अपनी किताब "जीरो टू वन" को लिखते है। जिसमें कि वह नए युवा उद्योगपतियों को अपने बिजनेस को बचाए रखने के और उसे आगे बढ़ाने के तरीके के बारेमे बताते है। जिससे कि वह अपने उद्योग को "जीरो से किसी एक" स्थान पर पहुंच सके। जिस की वह सितम्बर 2014 में लॉन्च करते हैं।
"सफलता का वटवृक्ष"
अगर आज की बात की जाए तो उनके द्वारा शुरू की गई पेपाल कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी बन गई है। जिसका की इस्तेमाल पूरी दुनिया भर में किया जा रहा है।
यह सिलसिला यहीं नहीं रुकता, उनके द्वारा शुरू की गई पलेन्टीर कंपनी दुनिया की सबसे बडे डाटा एनालिटिक्स कंपनी में से एक बन चुके हैं। जो कि मुख्य रूप से अमेरिकी सरकारी एजेंसिओं के लिए काम कर रही है। जिसके द्वारा पलांटिर का उपयोग वित्तीय अपराधों, राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है।
यहीं पर ना रुकते हुए उन्होंने अपने फाउंडर फंड द्वारा ऐसे स्टार्टअप्स में निवेश किया, जिसे की शुरुआत में कोई जानता तक नहीं था। जिसमें शामिल है Palantir Technologies, SpaceX, Airbnb, Stripe, ओर Anduril, और आज उनके द्वारा निवेश किए गए स्टार्टअप बहुत प्रसिद्ध और सफल बन गए हैं। जो कि अपने आप में बहुत ही बड़ी बात है।
अगर इस चीज को आसान शब्दों में कहे तो "उनके द्वारा बोया गया व्यवसाय का पौधा बहुत ही विशाल वटवृक्ष में बदल गया है" जिससे कि वह इतने बड़े और अमीर व्यक्ति बन पाए हैं।
अगर फोर्ब्स की माने तो आज के समय थील की संपत्ति $17.2 बिलियन है। जो कि उन्हें दुनिया का 114वे सबसे अमीर व्यक्ति बनाता है।
साथ ही में उनके डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन के सदस्य और उसमें अच्छा रिश्ता होने के कारण, उन्हें एक शक्तिशाली अरबपति के तौर पर देखा जाता है। यह दिलचस्प जीवनी थी पीटर झील की।
निष्कर्ष (कंक्लुजन)
अब तक पढ़ कर आप यह तो समझ ही गए होंगे कि, किस तरह थील अपने जीवन में ज्यादा मेहनत ना करते हुए इतने सफल व्यक्ति बन पाए। दरअसल उन्होंने अपने जीवन में वह चीज की है, जो सामान्य व्यक्ति करने के बारे में सोचते तक नहीं, उन्होंने शुरुआत से ही जोखिम भरे काम किए। जैसे की अपनी पहचान के लोगों से पैसे जुटाना और उसका निवेश सबसे मुश्किल और जोखिम भरे क्षेत्र में करना। और इसी तरह करते-करते वह दुनिया के एक शक्तिशाली अरबपति बन पाए।
इनकी यह जीवनी अपने आप में बहुत ही ज्यादा प्रेरणादाई है। और इसे हर उसे व्यक्ति को पढ़ना चाहिए जो ज्यादा मेहनत ना करते हुए जल्दी अमीर बनना चाहता है। धन्यवाद
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