Anupam Mittal Biography: Shaadi.com Founder’s Inspiring Success Story

 




💍 अनुपम मित्तल: एक आइडिया जिसने बदल दी शादियों की परंपरा

कुछ कहानियाँ इतनी प्रेरणादायक होती हैं कि पढ़ने वाले को लगता है मानो यह किसी फिल्म की स्क्रिप्ट हो। लेकिन यह कहानी हकीकत है – एक ऐसे शख्स की जिसने सुरक्षित नौकरी छोड़कर अनिश्चित भविष्य चुना और करोड़ों लोगों की जिंदगी बदल दी। यह कहानी है Shaadi.com के निर्माता अनुपम मित्तल की।


🌱 शुरुआती जीवन और पढ़ाई

अनुपम मित्तल का जन्म 23 दिसंबर 1971 को मुंबई में हुआ। उनका बचपन साधारण माहौल में बीता। स्कूलिंग मुंबई में पूरी करने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई अमेरिका से की।
उन्होंने अमेरिका के Boston College से MBA in Operations and Strategic Management किया और पढ़ाई पूरी करने के बाद वहीं नौकरी पकड़ ली।

उन्होंने MicroStrategy नामक सॉफ्टवेयर कंपनी में प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम करना शुरू किया। जीवन आराम से चल रहा था – शानदार सैलरी, अमेरिका की जिंदगी और उज्ज्वल करियर। लेकिन उनके मन में हमेशा एक ख्याल खटकता रहता था – क्या यही जिंदगी है? क्या सिर्फ 9 से 5 नौकरी करना ही सपना है?

अनुपम का मन नौकरी में नहीं लगता था। वह कुछ अलग करना चाहते थे। उन्हें बिजनेस का जुनून था और वे समाज में बदलाव लाने का सपना देख रहे थे।


💡 एक आइडिया जिसने सबकुछ बदल दिया

कहानी की असली शुरुआत तब हुई जब अनुपम छुट्टियों में भारत आए और अपने पिता के ऑफिस में बैठे थे। तभी एक पंडित जी रिश्ते का प्रस्ताव लेकर आए। उस वक्त अनुपम शादी नहीं करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने गौर किया कि रिश्ते बनाने की प्रक्रिया कितनी सीमित है।

लोगों के पास विकल्प बहुत कम होते थे और कई बार समझौता करना पड़ता था। यहीं पर अनुपम को एक बड़ा बिजनेस आइडिया सूझा – क्यों न टेक्नोलॉजी के जरिए जीवनसाथी चुनने की आज़ादी दी जाए?


🌐 Shaadi.com की शुरुआत

साल 1997 में अनुपम ने अपनी आरामदायक नौकरी छोड़ दी और भारत लौट आए। उन्होंने प्रयोग के तौर पर Sagai.com नाम से वेबसाइट शुरू की, जहाँ लोग रजिस्टर होकर अपने लिए जीवनसाथी ढूंढ सकते थे।

लेकिन चुनौती बहुत बड़ी थी –

  • भारत में इंटरनेट अभी नया था।
  • लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भरोसा नहीं करते थे।
  • पैसा कम था और रिस्क बहुत बड़ा।

अनुपम ने अपने सारे पैसे झोंक दिए। कर्ज में भी डूबे, लेकिन हार नहीं मानी।

साल 1999 आते-आते यह प्रयोग सफल होने लगा और अनुपम ने वेबसाइट का नाम बदलकर Shaadi.com रख दिया। आज यह नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है।


📢 संघर्ष और चुनौतियाँ

Shaadi.com को सफल बनाना आसान नहीं था। लोगों का भरोसा जीतना सबसे बड़ी चुनौती थी। अनुपम ने इसके लिए अलग-अलग तरीके अपनाए।

वे केवल विज्ञापन नहीं करते थे, बल्कि समाज से जुड़े मुद्दों पर कैंपेन चलाते थे –

  • दहेज प्रथा के खिलाफ ✊
  • स्त्री उत्पीड़न के खिलाफ 🚫
  • महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 💪

इससे कंपनी को सिर्फ विज्ञापन नहीं मिला बल्कि लोगों का भरोसा भी बढ़ा।


⚡ सबसे बड़ा झटका – और हिम्मत की जीत

साल 2008 में अनुपम को लगा कि अब उनका सपना और बड़ा हो सकता है। एक विदेशी निवेशक उनकी कंपनी में ₹21 करोड़ निवेश करने वाला था। डील लगभग पक्की थी।

इस भरोसे पर अनुपम ने कंपनी के खर्चे बढ़ा दिए ताकि ग्रोथ और तेज़ हो। लेकिन तभी अमेरिकी वित्तीय कंपनी Lehman Brothers के दिवालिया होने से वैश्विक मंदी आ गई। निवेशक ने हाथ पीछे खींच लिए।

अनुपम बताते हैं कि अगले तीन-चार साल उनके जीवन के सबसे कठिन साल थे। उन्हें पैनिक अटैक तक आने लगे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। धैर्य और मेहनत से कंपनी को दोबारा पटरी पर लाया।


🚀 आज का Shaadi.com साम्राज्य

आज Shaadi.com सिर्फ एक वेबसाइट नहीं बल्कि एक वैश्विक ब्रांड है।

  • 70 लाख से अधिक जोड़ियाँ इस प्लेटफॉर्म से बनी हैं।
  • 100+ देशों में सेवा उपलब्ध है।
  • इसकी वैल्यूएशन आज ₹25,000 करोड़ से भी ज्यादा है।

इसके अलावा अनुपम ने Makan.com, Mauj Mobile जैसे स्टार्टअप्स की शुरुआत की और 200+ से ज्यादा स्टार्टअप्स में निवेश किया है।

और हाँ, आज पूरा भारत उन्हें Shark Tank India के जज के रूप में जानता है – एक ऐसे शख्स के तौर पर जो दूसरों के सपनों को भी हकीकत में बदलने में मदद करते हैं।


✨ निष्कर्ष

अनुपम मित्तल की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर आपके पास आइडिया है, जुनून है और मेहनत करने की हिम्मत है, तो आप असंभव को भी संभव बना सकते हैं।

उन्होंने आरामदायक नौकरी छोड़ी, संघर्ष किया, असफलता झेली, लेकिन फिर भी डटे रहे और आज वे भारत के सफलतम उद्यमियों में से एक हैं।

उनकी कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो सपने देखने की हिम्मत रखता है।





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