![]() |
₹2000 से शुरुआत करने वाले संजीव जुनेजा ने ₹1651 करोड़ की डील कर FMCG जगत में इतिहास रचा। |
✨ Introduction
क्या कोई इंसान बार-बार सफल ब्रांड बना सकता है?
आमतौर पर लोग कहते हैं कि किस्मत एक बार साथ देती है, लेकिन अगर मैं आपको बताऊं कि एक ऐसे इंसान ने न केवल एक ब्रांड बनाया, बल्कि एक के बाद एक कई ब्रांड बनाकर करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया?
जी हां, हम बात कर रहे हैं संजीव जुनेजा की, जिन्हें पूरी दुनिया “ब्रांड मशीन” के नाम से जानती है।
2000 रुपये से शुरुआत करके, ₹1651 करोड़ में केश किंग ब्रांड बेचने तक का उनका यह सफर, सिर्फ बिज़नेस ही नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है। यह कहानी आपको बताएगी कि कैसे जुनून, हिम्मत और सही रणनीति किसी भी इंसान को शिखर तक पहुंचा सकती है।
🌿 संजीव जुनेजा का बचपन और आयुर्वेद से जुड़ाव
1976 में जन्मे संजीव जुनेजा जी के पिता इंद्रकुमार जुनेजा अंबाला की एक प्रख्यात आयुर्वेदिक चिकित्सक थे। संजीव जी जब सिर्फ 5 साल के थे तब उनके पिता को हार्ट अटैक आया था। जिससे कि पिता को खोने का डर उनके मन में बैठ गया ओर वह अपना ज्यादातर समय अपने पिता के साथ बिताने लगे।
अपने पिता को आयुर्वेदिक इलाज करते देखकर उनमें इसके बारे में जानने के लिए जिज्ञासा बढ़ी, ओर उन्होंने आयुर्वेद और आयुर्वेदिक वनस्पतियों के बारे में पढ़ना शुरू किया। ओर उनके पिता भी उन्हे पढ़ने लगे। जो कि उन्हें बहुत ज्यादा पसंद आने लगा।
💣 पहला बिजनेस और क्लीनिक चेन की सफलता
सब कुछ अच्छा चल रहा था। लेकिन साल 1999 में उनके पिताजी चल बसे, इस समय उनकी उम्र सिर्फ 23 साल की थी और घर की सारी जिम्मेदारी संजीव जी पर आगयी। यह वक्त उनके लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल था।
इस वक्त उनको एक तरकीब सुझी, उन्होंने अपने मां से ₹2000 लेकर एक पहचान के डॉक्टर को उनके पिताजी के जगह बिठा दिया और उनको पिताजी की एक किताब दी। जिसमें कि आयुर्वेदिक औषधियां को इस्तेमाल करके इलाज कैसे करना है। इसके बारे में लिखा गया था। इस तरह उन्होंने उन डॉक्टर को इलाज करने के लिए कहा ।
उनका यह विचार सफल रहा और व्यवसाय बहुत ही अच्छे तरीके से चल पड़ा। जिसे आगे बढ़ाने के लिए, कई आयुर्वेदिक डॉक्टर को साथ में लेकर क्लीनिक खोलने शुरू करते हैं। आगे वह क्लीनिक और भी कई शहरों में खोले, ओर उनकी संख्या बढ़ने लगे। जिससे एक समय ऐसा भी आया कि उनके 80 क्लिनिक हो गए। जिससे कि वहां खुद नियंत्रित किया करते थे। जिस का नाम उन्होंने "sanjiv Juneja pvt. Ltd." रखा।
🚀 सफलता छोड़कर नया रास्ता चुनने का साहस
लेकिन इनका इसमें मन नहीं लग रहा था। क्योंकि उनके अंतर्गत आने वाले डॉक्टर जैसा वह चाहते थे वैसा नहीं किया करते थे। यह बात 2003 की है, जब उन्होंने अपने व्यवसाय से 2 करोड़ कमा लिए थे। आयुर्वेदिक प्रोडक्ट का बिजनेस करने के बारे में सोचते हुए, वह उनके बिजनेस से बाहर निकल ने का निर्णय ले लेते है।
क्योंकि बिजनेस बहुत अच्छा चलने के बावजूद ओ बाहर निकल गए, जिस कारण उन्हें उनके रिश्तेदार और पहचान वालों के कई ताने सुनने पड़ते हे।
लेकिन वह अपने निर्णय पर अटल रहे।
आगे वह अपनी आयुर्वेद समझ का इस्तेमाल करते हुए, खुद आयुर्वेदिक दवाइयां और उत्पाद बनाकर खुद ही अपने स्कूटर पर घूम-घूम कर बेचने लगे। इस समय उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।, इस समय वह बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं और मार्केट के बारे में जानकारी जुटाते हे।
वह इस समय यह जान गए थे कि, अच्छे क्वालिटी आयुर्वेदिक उत्पादों का निर्माण करने के लिए और ग्राहकों की मांग पूरी करने के लिए, उन्हें एक आधुनिक और अत्याधुनिक कंपनी की जरूरत है। जिससे वह साल 2008 में कला अंब में अपनी फॉर्म और हिमाचल प्रदेश में "SBS biotech unit - ll" फर्म की पार्टनरशिप के साथ शुरु करते हैं।
🏹 केश किंग की शुरुआत और जबरदस्त सफलता
यह बात 2009 की है। जब संजय यह एहसास होता है, कि बाल झड़ने की समस्या लोगों में आम होचली है। जिससे कि वह इस समस्या को खत्म करने वाले आयुर्वेदिक उत्पाद बनाने के बारे में सोचते हैं। ओर कम पर लग जाते हे।
आगे जल्द ही वह ऐसे आयुर्वेदिक उत्पाद को बना लेते हैं। जिसे की वह "केश किंग" के नाम से बाजार में उतरते हैं। यह बड़े ही असरदार तरीके से बाल झड़ने की समस्या का निवारण कर रहा था।
शुरुआती 2 साल में वह खुद घूम घूम कर अपने उत्पादको बेचा करते, जिससे कि वह ग्राहकों की प्रतिक्रिया जान सके। प्रतिक्रिया अच्छी आई तो वह अपने "केश कांति" को और भी जगह पर बेचने लगे।
क्योंकि उत्पाद बहुत ही अच्छा और सरदार था जिस कारण वह चल पड़ा और, उनकी SBS बायोटेक इतनी तेजी से आगे बढ़ने लगे की FMCG क्षेत्र में सबसे तेजी से आगे बढ़ाने वाली कंपनी बन गई। उन्होंने पहले साल ही 6 करोड़ कमाई की, जो कि दूसरे साल बढ़कर 13 करोड़ की हो गई और इसी तरह चौथा साल आते-आते उनके कमाई ने 150 करोड़ के अकड़े को पार कर दिया।
जिस कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे की गोदरेज इमामी और अन्य कंपनियों की उन पर नजर पड़ने लगी। उन्होंने केश किंग को खरीदने के लिए संजीव बहुत ही अच्छे ऑफर दिए, लेकिन उनकी डील इमामी (imami) के साथ हुई । संजीव ने उनके इस सफल ब्रांड को 1651 करोड़ में इमामी कंपनी को बेचकर FMCG क्षेत्र में इतिहास रच दिया था।
🔥 ‘ब्रांड मशीन’ की पहचान: पेट सफा, डॉ. ऑर्थो और रूप मंत्रा
बालों की झड़ने की समस्या को देखते हुए जिस तरह उन्होंने केश किंग की शुरुआत की थी। इस तरह उन्होंने कब्ज की समस्याओं को देखते हुए इसके समाधान के लिए नया प्रोडक्ट बनाने का निर्णय लिया। इस समय लोगों ने उन्हें कहा कि एक प्रोडक्ट तो तुक्के से चल गया लेकिन हर प्रोडक्ट नहीं चलेगा।
लेकिन उन्होंने लोगों को गलत साबित कर अपना अगला प्रोडक्ट पेट-सफा लॉन्च किया, जो की कब्ज की समस्या का निवारण करता था। यह भी प्रोडक्ट बहुत ज्यादा सफल रहा । ऐसे ही उन्होंने कई ब्रांड जैसे की हेमपुष्पा , डॉ. ऑर्थो , रूप मंत्र ऐसे ही कई सफल ब्रांड बनाएं जिस कारण लोगों उन्हें ब्रांड मशीन कहने लगे। आज उनकी संपत्ति कई हजार करोड़ में है और आज वह अपनी जिंदगी में बहुत ज्यादा खुश है।
💪 संजीव जुनेजा की मार्केटिंग रणनीतियाँ
दमदार प्रोडक्ट : संजीव जी जब भी अपना प्रोडक्ट बनाते तो इस बात पर खास ध्यान देते थे की प्रोडक्ट दमदार और असरदार रहे
क्लियर कम्युनिकेशन : आप अगर उनकी एडवर्टाइजमेंट देखेंगे तो आप यह बात महसूस करेंगे कि वह जो भी कहना चाहते हैं वह साफ और आसान शब्दों में लिखा जाता है जैसे कि आम आदमी आसानी से समझ सके
यह ओ कुछ स्ट्रेटजी से जिसका इस्तेमाल संजीव जुनेजा जी ने अपने ब्रांड को सफल बनाने में किया है।
✨ Conclusion
> संजीव जुनेजा की कहानी हमें यह सिखाती है कि असली सफलता उन्हीं को मिलती है जो सपनों को हकीकत बनाने का साहस रखते हैं।
उन्होंने यह साबित कर दिया कि एक साधारण परिवार से निकलकर भी, अपने विज़न और मेहनत के दम पर कोई भी “ब्रांड मशीन” बन सकता है।
उनका सफर हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो चुनौतियों से घबराता नहीं बल्कि उन्हें अपने सपनों की सीढ़ी बनाता है।
🚀 तो अब सवाल यह है — क्या आप भी अपनी ज़िंदगी में अगला बड़ा ब्रांड बनाने के लिए तैयार हैं?
✨ Success Diary
> Success Diary – यह सिर्फ कहानियों का प्लेटफ़ॉर्म नहीं, बल्कि सपनों को हकीकत में बदलने का गाइड है।
यहाँ आपको मिलेंगी उन लोगों की असली कहानियाँ, जिन्होंने शून्य से शुरुआत की और करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया।
सीखिए उनकी रणनीतियाँ और बनाइए अपनी खुद की सफलता की डायरी।
0 टिप्पणियाँ